bahut sahi kaha hai aapne..
आप के लेख को सादर प्रणाम।
बेटीयाँ. अंधेरे में रौशनी और धुप है हमारी बेटीयाँ ! इश्वर का रूप है हमारी बेटीयाँ ! ममता की मूरत करुना की सूरत है हमारी बेटीयाँ ! किसी का प्यार किसी का दुलार है हमारी बेटीयाँ ! सभ्यता और धेर्य सहयोग सद्भाव है हमारी बेटीयाँ !
bahut sahi kaha hai aapne..
जवाब देंहटाएंआप के लेख को सादर प्रणाम।
जवाब देंहटाएंबेटीयाँ. अंधेरे में रौशनी और धुप है हमारी बेटीयाँ ! इश्वर का रूप है हमारी बेटीयाँ ! ममता की मूरत करुना की सूरत है हमारी बेटीयाँ ! किसी का प्यार किसी का दुलार है हमारी बेटीयाँ ! सभ्यता और धेर्य सहयोग सद्भाव है हमारी बेटीयाँ !
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