बुधवार, 10 मार्च 2010

स्वाभिमान जगाओ - बेटी बचाओ

3 टिप्‍पणियां:

  1. बेटीयाँ. अंधेरे में रौशनी और धुप है हमारी बेटीयाँ ! इश्वर का रूप है हमारी बेटीयाँ ! ममता की मूरत करुना की सूरत है हमारी बेटीयाँ ! किसी का प्यार किसी का दुलार है हमारी बेटीयाँ ! सभ्यता और धेर्य सहयोग सद्भाव है हमारी बेटीयाँ !

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